दुबई पॉडफेस्ट 2023 में पॉडकास्टिंग की लोकप्रियता में वैश्विक स्तर पर इज़ाफे की हवा
दुबई पॉडफेस्ट 2023 का तीसरा संस्करण 16 मई 2023 को दुबई में आयोजित किया गया। यह मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका (MENA) क्षेत्र में पॉडकास्टरों का सबसे बड़ा वार्षिक जमावड़ा है और पॉडकास्टिंग उद्योग के विकास के लिए रणनीतियों का पता लगाने के लिए प्रमुख निर्माताओं को एक साथ लाता है। पॉडफेस्ट में नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी द्वारा किए गए एक हालिया अध्ययन के हवाले से बताया गया कि हर दस अरब व्यक्तियों में से लगभग तीन पॉडकास्ट श्रोता हैं, जिनमें अरब युवा पॉडकास्ट के सबसे उत्साही अनुयायी हैं। चिली, अर्जेंटीना, पेरू और मैक्सिको जैसे देश सबसे तेजी से बढ़ते पॉडकास्ट बाजारों में से हैं, जबकि यूके, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, भारत और ब्राजील में श्रोताओं की संख्या में वृद्धि देखी गई है।
पॉडकास्ट अकादमी की कार्यकारी निदेशक मिशेल कॉब ने दुनिया भर में पॉडकास्ट सुनने पर महत्वपूर्ण आंकड़े साझे किये। मसलन,
- दुनिया भर में 7 करोड़ से अधिक पॉडकास्ट एपिसोड और अनुमानित 46.5 करोड़ पॉडकास्ट श्रोताओं के साथ 50 लाख से अधिक पॉडकास्ट मौजूद हैं। पॉडकास्ट सुनने के लिए सुबह सबसे लोकप्रिय समय है।
- पॉडकास्ट सुनने के लिए स्मार्टफोन सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला उपकरण है।
- स्कैंडिनेवियाई देशों में बोले जाने वाले शब्द के प्रति उनके प्रेम और उच्च अंग्रेजी भाषा प्रवीणता के कारण पॉडकास्ट सुनने की दर ज्यादा है।
दुबई पॉडफेस्ट 2023 में वर्कशॉप, लाइव पॉडकास्ट और MENA के पॉडकास्टिंग उद्योग पर चर्चा जैसी कई गतिविधियाँ आयोजित की गईं। इसके अलावा दुनिया भर के प्रमुख पॉडकास्टरों द्वारा प्रेरक कहानियां साझा की गईं और एक खुले चर्चा सत्र में अरब दुनिया के मीडिया उद्योग में हो रहे डिजिटल परिवर्तन पर प्रकाश डाला गया।
नकली कैंसर की कहानी बनाकर ब्लॉगर ने ठगे लाखों डॉलर
एक आम सजग नारी की तरह अमांडा क्रिस्टीन राईली के भी अनेकों रूप थे, एक पत्नी, एक माँ, अपने चर्च की एक समर्पित सदस्य, और एक उभरती ब्लॉगर। ऑनलाइन हो या और वास्तविक जीवन, उनके परिवार वाले, दोस्त और फॉलोवर्स उन्हें एक ऐसी आकर्षक युवा महिला के रूप में जानते थे जो कैंसर के निदान के बावजूद बेहद उत्साहित रवैये के साथ इस रोग से संघर्ष करती रहीं। अपने लोकप्रिय ब्लॉग में वो अपनी कैंसर यात्रा को साझा करतीं जिसने उनके स्थानीय सैन होसे समुदाय और दुनिया भर के फॉलोवर्स को आकर्षित किया, जिसमें कई नामचीन हस्तियां भी शामिल थीं। लेकिन इस के पीछे अमांडा का एक छुपा रहस्य भी था।
जब एक खोजी निर्माता को एक गुमनाम टिप मिली तो उसकी तफतीश के नतीजों से सभी हैरान रह गये। अमांडा ने उसके कैंसर के उपचार के भुगतान में मदद के लिए मिले दान के $100,000 से अधिक की राशि मौज मस्ती में उड़ा दी थी। क्योंकि दरअसल उसे कैंसर था ही नहीं।
घोटाले की शुरुआत अक्टूबर 2012 में हुई, जब राईली ने कैंसर के साथ अपनी काल्पनिक लड़ाई का विवरण देते हुए एक ब्लॉग लॉन्च किया। उसने उपचार के लिए दान की याचना करते हुए फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर कैंसर के साथ अपनी बनाई यात्रा का दस्तावेजीकरण करना जारी रखा जिसकी बदौलत सात सालों में 400 से अधिक लोगों ने उसकी आर्थिक मदद के लिये दान दिया। अपने फर्जीवाड़े को अंजाम देने के लिये अमांडा ने न केवल अपना सर मुंडा लिया बल्कि मेडिकल रिकॉर्ड में हेरफेर की और डॉक्टरों के फर्जी हस्ताक्षर भी करवाये। एक दफा तो उसने अपनी बीमारी के नकली होने के आरोप लगाने वाले व्यक्ति पर मुकदमा तक दायर कर दिया था।
पर हर फर्जीवाड़े का अंत तो एक न एक दिन होता ही है। यहाँ भी वही हुआ। 2019 में अमरीकी आंतरिक राजस्व सेवा (IRS) ने राईली की जांच शुरू करने के बाद उसके झूठ का पर्दाफाश किया। 2022 में उसे पांच साल कैद की सजा सुनाई गई है। इस सजा के बाद, राईली की और तीन साल की निगरानी होगी और उसे ठगी की सारी रकम दानकर्ताओं को वापस भी करनी होगी।
उसके मृत ब्लॉगों और लोगों के साथ साक्षात्कारों के माध्यम से पत्रकार चार्ली वेबस्टर ने घोटाले की इस अविश्वसनीय कहानी की पड़ताल की है लायंसगेट साउंड के नये पॉडकास्ट “स्कैमांडा” में जो यह विवरण देता है कि कैसे एक खोजी निर्माता को मिले एक गुमनाम टिप ने राईली के झूठ को उजागर किया।