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कश्मीर बहुत छोटा है आज़ादी के लिए
कश्मीरी मुसलमानों के हित में यही है कि वे यथापूर्व स्थिति को प्राप्त करने का प्रयत्न करें क्योंकि टालमटोल वाली राजनीतिक नीति के रहते यह नामुमकिन है कि “आर या पार” जैसा कोई रवैया भारत सरकार अख्तियार करे।
निष्कर्षों में फटकार, सिफारिशों में पुचकार
बाबरी मस्जिद मामले की तफ़्तीश कर रही लिब्रहान आयोग की 17 साल बाद जारी रपट ने साजिश का पर्दाफाश तो किया पर देश को साम्प्रदायिक प्रलय की ओर ढकलने के लिए दोषी पाये गये 68 व्यक्तियों को सजा देने की बात पर चुप्पी साध ली।
और फिर, वे मुझे मारने आए
श्रीलंका जैसे संघर्षरत देश में सच बोलने के खतरे जानते हुये भी कुछ पत्रकार अन्तरात्मा की पुकार पर कलम थामे हुये हैं। प्रस्तुत लेख द संडे लीडर के दिवंगत संपादक का अंतिम संपादकीय है जिसे उन्होंने अपनी हत्या किये जाने पर प्रकाशित करने का निर्देश दिया था।
भइया नक्को, बहिनजी पाहिजे
महाराष्ट्र की राजनीति में दलित मुद्दे का मराठी-गैर मराठी मुद्दे से महत्त्व कम नहीं है। बसपा यहाँ पवार, ठाकरे, चव्हाण जैसों का दबदबा खत्म कर सकती है।
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सलमान के कारण मेरा नाम याद रखते हैं
कैलीफोर्निया निवासी बैंकर सलमान खान अपनी संस्था खान अकेडमी से इंटरनेट द्वारा मुफ्त शिक्षण उपलब्ध कराते हैं। सामयिकी के लिये डॉ सुनील दीपक ने उनसे बातचीत की।
सर्वगुण संपन्न आटो सुंदरी
चिड़ियों ने चुराई आईसक्रीम, न्यूयॉर्क की महिला ने खोई अपनी पहचान और सचिन तेंदुलकर के बैग में क्या है। अंतर्जाल पर कहाँ और क्या क्या हो रहा है? जानिये हर इतवार सामयिकी पर।
साबुनी रंगभूमि का रियैलिटी सम्मोहन
दक्षिणी मुंबई की आलीशान इमारतों के बीच बसे इस साबुनी घाट में वो सारे तत्व हैं जो इस शहर को महानगर बनाते हैं।
भाषा पर इतिहास का बोझ ना डालें: अनीता नायर
अँग्रेज़ी में लिखने वाली बंगलौर निवासी लोकप्रिय भारतीय उपन्यासकार व लेखिका अनीता नायर से डॉ सुनील दीपक की बातचीत
आस्था की जैविकी
आध्यात्मिकता का आपकी सेहत पर असर, अजनबी के साथ भोजन की अजीब शर्त, इंटरनेट व अखबार युक्त आटो रिक्शा, और…भी बहुत कुछ। हुसैन की इतवारी कड़ियाँ बतायें इंटरनेट के हाल चाल।